डा. B R अम्बेडकर के विचार
आंबेडकर के स्पष्ट विचार थे कि जो आदमी को योग्य न बनाए, समानता और नैतिकता न सिखाए, वह सच्ची शिक्षा नहीं है, सच्ची शिक्षा तो समाज में मानवता की रक्षा करती है, आजीविका का सहारा बनती है, आदमी को ज्ञान और समानता का पाठ पढाती है। सच्ची शिक्षा समाज में जीवन का सृजन करती है।
उन्होंने पूरी जिन्दगी सामाजिक संघर्ष किया एवं अपने समाज के स्वाभिमान के लिए लड़ते रहे. उनके सामाजिक विचारो में हमें दलित वंचित समाज के लिए सामाजिक न्याय को पाने की कोशिश झलकती है. वे एक ऐसा आदर्श समाज बनाना चाहते थे जो समानता, स्वतंत्रता और बंधुता के विचारों पर आधारित हो.
उन्होंने देखा कि उनका पूरा समाज इसी छुआछूत को झेलने को विवश है, इसलिए उन्होंने बड़े होकर इस सामाजिक बुराई को दूर करने का बीड़ा उठाया। वे साधारण गरीब परिवार में पैदा हुए। बड़ौदा के महाराजा गायकवाड़ जी महाराज की छात्रवृति पर वे पढ़ने के लिए अमेरिका और ब्रिटेन गए। वहीं से उन्होंने अर्थशास्त्र और कानून की ऊँची डिग्रियां लीं। नेहरू की शिक्षा भी ब्रिटेन में हुई थी। दोनों अच्छे लेखक थे, दोनों ने कई प्रसिद्ध ग्रंथों की रचना की है।
डॉ. आम्बेडकर विलक्षण प्रतिभा सम्पन्न छात्र थे। उन्होंने कोलंबिया विश्वविद्यालय और लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स दोनों ही विश्वविद्यालयों से अर्थशास्त्र में डॉक्टरेट की उपाधियाँ प्राप्त कीं तथा विधि, अर्थशास्त्र और राजनीति विज्ञान में शोध कार्य भी किये थे।
कवि
अजय कुमार
उदई
Seema Priyadarshini sahay
28-Dec-2021 08:18 PM
बहुत ही अच्छे हैं आपके विचार
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Shrishti pandey
23-Dec-2021 08:37 AM
NiCe
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Abhinav ji
22-Dec-2021 11:43 PM
Nice
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